गढ़वाल लोकसभा सीट पर भाकपा (माले) के दावे के लिए इंद्रेश मैखुरी ने करन माहरा को सौंपा पत्र 

बुलंद आवाज़ न्यूज

चमोली: उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात कर भाकपा माले के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी ने गढ़वाल लोकसभा सीट पर दावे के लिए पत्र सौंपा, उन्होंने पत्र में लिखा कि देश में जल्द ही लोकसभा चुनाव होने हैं. यह चुनाव देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. सत्ता में कौन आएगा से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि देश में लोकतंत्र और संविधान का अस्तित्व रहेगा या नहीं. वर्तमान सत्ता बुलडोजर के तले न केवल लोगों के घर बल्कि उनका जीवन, भविष्य, न्याय, लोकतंत्र और संविधान सभी कुछ रौंदने पर उतारू है. इसलिए लोकतंत्र पसंद और संविधान के पक्षधर लोगों/ दलों के लिए यह बहुत चुनौतीपूर्ण समय है. राष्ट्रीय स्तर पर इस चुनौती का मुक़ाबला करने के लिए ही इंडिया के नाम से तमाम विपक्षी दलों ने एक गठबंधन बनाया है, जिसमें आपकी पार्टी- कॉंग्रेस और हमारी पार्टी- भाकपा(माले) शामिल है.

निश्चित ही जब लोकसभा चुनाव का समय है तो सीटों पर भी बात होनी ही चाहिए. आपकी पार्टी अपनी चुनावी कवायद कर रही है, जो कि बेहद स्वाभाविक है.

इसी सीटों के बंटवारे के संदर्भ में यह निवेदन करना है कि पिछले लोकसभा चुनाव तक भाकपा(माले) दो लोकसभा सीटें- गढ़वाल और नैनीताल लड़ती रही है. दोनों ही सीटों पर हमारे वोटों की संख्या हर बार बढ़ी है.

गढ़वाल लोकसभा सीट तो वामपंथ 1952 से लड़ता रहा है और तब पेशावर विद्रोह के नायक कॉमरेड चंद्र सिंह गढ़वाली, कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीद्वार थे.

गढ़वाल लोकसभा सीट के विभिन्न हिस्सों में हमारी पार्टी- भाकपा(माले) और उसके जन संगठनों का उल्लेखनीय कामकाज है. जोशीमठ में बीते एक वर्ष से विस्थापन, पुनर्वास, स्थिरीकरण को लेकर आंदोलन चल रहा है, जिसने देश-दुनिया की निगाह अपनी तरफ खींची है, उसकी अगुवाई करने वाले-कॉमरेड अतुल सती, हमारी पार्टी की राज्य कमेटी के सदस्य हैं. इसके अलावा इस लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न पॉकेट्स में छात्र-युवाओं, मजदूरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हमारा कामकाज है. इसलिए भाकपा(माले) का यह प्रस्ताव है कि इंडिया गठबंधन के तहत गढ़वाल लोकसभा सीट, भाकपा(माले) को दी जाये.

आपको यह ज्ञात होगा ही कि इस संदर्भ में आपकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने हमारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने यह प्रस्ताव रख दिया था.

अच्छा होता कि सीट संबंधी यह चर्चा इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों की बैठक में होती, लेकिन अपरिहार्य कारणों से ऐसा नहीं हो पा रहा है. इसीलिए यह प्रस्ताव, इस रूप में गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते आपको सौंपा दिया है.

यह भी अर्ज करना है कि यह प्रस्ताव इंडिया गठबंधन के दायरे में ही है. देश में लोकतंत्र,संविधान की रक्षा के लिए फासिस्ट भाजपा सरकार को शिकस्त देने के लिए भाकपा(माले) पूरे देश की तरह ही उत्तराखंड में भी इंडिया गठबंधन को मजबूत करने के लिए कटिबद्ध है.

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