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चमोली : उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून द्वारा इस वर्ष सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन चमोली जनपद में आयोजित किया जा रहा है। परिषद द्वारा लगातार प्रदेशभर में वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें से एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम सीमांत पर्वतीय बाल विज्ञान महोत्सव है। इस महोत्सव आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्वतीय सीमावर्ती जनपदों के छात्रों में विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए एक अलग प्रयास है। उत्तराखंड राज्य की अपनी विषम भौगोलिक परिस्थितियों और अन्य विषमता होने के कारण सीमांत जनपदों के छात्र-छात्राओं या शिक्षकों को इस तरह के अवसर अन्य जनपदों की तुलना में थोड़ा कम मिल पाते हैं। सीमांत पर्वतीय जनपदों को अलग से एक अवसर प्रदान किया जा सके एवं विज्ञान की मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया जाए।
महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत द्वारा विगत वर्ष से सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पिछले वर्ष प्रथम सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में चंपावत जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में किया गया था।
मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में इस वर्ष द्वितीय सीमांत पर्वतीय बाल विज्ञान महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन 09 एवं 10 अक्टूबर 2023 को चमोली जनपद के गोपेश्वर में अटल उत्कृष्ट श्री 1008 गीतास्वामी राजकीय इंटर कॉलेज में किया जा रहा है।
यह रहेगी कार्यक्रम की थीम!
महोत्सव के नोडल अधिकारी डा० आशुतोष मिश्रा द्वारा बताया गया कि इस महोत्सव में कुल पांच प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है जिसमें पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता, विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, कविता पाठन प्रतियोगिता (हिंदी एवं स्थानीय भाषा), कविता पाठक (अंग्रेजी भाषा) एवं नाटक, विज्ञान ड्रामा प्रतियोगिता जिसमें राज्य की कई समस्याओं को लेकर जैसे स्वच्छता, आपदा प्रबंधन, पलायन जैसे कई विषयों पर आधारित हो, शामिल हैं। यह सभी प्रतियोगिताएं जूनियर वर्ग एवं सीनियर वर्ग के लिए अलग-अलग आयोजित की जाती हैं। जूनियर वर्ग में छ: से आठवीं तक के छात्र-छात्राएं एवं सीनियर वर्ग में कक्षा नौ से बारहवीं तक के छात्र छात्राएं प्रतिभाग करते हैं।
प्रतियोगिताओं का आयोजन पहले ब्लॉक स्तर पर उसके बाद जनपद स्तर पर एवं चयनित प्रतिभागी राज्य स्तर पर प्रतिभा करते हैं। राज्य स्तर पर चयनित प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय बाल विज्ञान महोत्सव में सम्मानित किया जाता है। इसके अलावा महोत्सव में बच्चों को आए हुए वैज्ञानिकों से रूबरू होने का अवसर प्राप्त होता है। महोत्सव में राज्य के अलग-अलग संस्थाओं से एवं जनपद के विभागीय प्रदर्शनों द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाएंगी जिनके माध्यम से बच्चों को इंटरेक्शन का और मौका मिलेगा। इसके अलावा महोत्सव में अगस्त्य फाऊंडेशन द्वारा मोबाइल प्रयोगशाला का प्रदर्शन भी किया जा रहा है जिसमें विज्ञान के लगभग सभी प्रयोग को मॉडल के माध्यम से समझाया गया है वह भी सभी बच्चों के लिए एक आकर्षण का केंद्र होगा। राज्य स्तरीय आयोजन में छह जनपद उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चंपावत से 240 चयनित प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं जिसमें 164 छात्राएं एवं 76 छात्र शामिल है ।
इनके साथ लगभग 50 मार्गदर्शन शिक्षक एवं 6 जिला समन्वयक प्रतिभाग कर रहे हैं। इसके अलावा महोत्सव में बीरबल साहनी संस्थान लखनऊ के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉक्टर सी एम नौटियाल का उद्घाटन सत्र में व्याख्यान सुनने को मिलेगा, साइंस सिटी देहरादून के सलाहकार एवं एन सी. एस एम कोलकाता के पूर्व महानिदेशक एस रौतेला फन विद साइंस के माध्यम से एक लेक्चर कम डेमोंस्ट्रेशन देंगे। इसके अलावा छात्रों के लिए तारामंडल शो आकाश दर्शन जैसी विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियां आयोजित की गई है यह आयोजन बच्चों के लिए बड़ा रोमांचक होने जा रहा है।
इस अवसर पर महोत्सव सह- समन्वयक ई० जितेन्द्र कुमार, प्रधानाचार्य के० बी० सिंह, राजेन्द्र प्रसाद थपलियाल, जी एस रौतेला, नरेन्द्र सिंह रावत, आशुतोष मिश्रा, डी एस कंडेरी, विजय पंत, डी एस चौहान, जानकी परमार, अर्चित पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।
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