उत्तराखंड के पांच साहित्यकारों को अयोध्या में दी गई उपाधि

बुलंद आवाज़ न्यूज 

सोनिया मिश्रा/ चमोली

9 फरवरी को काशी विद्यापीठ – वाराणसी (उ. प्र.) के अयोध्या धाम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मलेन एवं विद्या वाचस्पति सारस्वत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर (उत्तराखंड) के पांच साहित्यकारों डॉ. भगत सिंह राणा ‘हिमाद’ , नंदन राणा ‘नवल’ , बेलीराम कंसवाल , ज्योत्सना जोशी ‘ज्योत’ एवं संगीता बिष्ट ‘कौमुदी’ को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।

संस्कृत ग्राम किमोठा की पूर्व प्रधान ज्योत्स्ना जोशी को राम जन्मभूमि अयोध्या में विद्या वाचस्पति सारस्वत की उपाधि से नवाजा गया है। ज्योत्स्ना को यह सम्मान साहित्यिक और सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के साथ- साथ महिलाओं की समाज में समानता और हक़ हुक़ूक़ के लिए मुखर रहने के कारण मिला है।

कार्यक्रम में विभिन्न देश और विदेशों से अतिथि अयोध्या पहुंचे जिनमें काशी विद्या पीठ के कुलपति डॉ. ओमप्रकाश ‘निर्भय’ , सुख मंगल सिंह मंगल (कुलाधिपति ) डॉ. इंद्रजीत तिवारी (कुलसचिव), मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर अजय कान्त सैनी (I.A.S.) , डॉ. शिवप्रकाश ‘साहित्य’ कहानीकार हिंदी पत्रिका महिला कल्याण समिति ढोरी बोकारो के संयोजक डॉ. श्याम कुंवर भारती, जय कृष्ण मिश्रा, सत्येंद्र नाथ शाह , ललिता मिश्रा , डॉ. सरला अवस्थी समेत कई अतिथि मौजूद रहे।

ज्योत्सना को विद्या वाचस्पति सारस्वत सम्मान मिलने पर ग्राम वासियों के साथ साथ प्रधानाध्यापिका सरला किमोठी, अध्यापक भगवती प्रसाद किमोठी, साहित्यकार गोकुलानंद किमोठी, महेश प्रसाद किमोठी, सतीश चन्द्र जोशी आदि ने बधाई दी है।

bulandawaaj

बुलंद आवाज़

Share