Harela special: हरेला उत्सव की चमोली से रुद्रप्रयाग तक दिखी धूम, प्राध्यापकों सहित स्वयंसेवियों ने लगाए पौधे

बुलंद आवाज़ न्यूज

चमोली/रुद्रप्रयाग

गौचर के आदर्श विद्यालय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत हरेला पर्व का आयोजन किया गया. जिसमें विद्यालय परिसर में ही स्वयंसेवी छात्राओं सहित प्राध्यापकों ने भी आम, अमरूद, संतरा, पपीता, आंवला और फूल में गुलाब की कलम, गुड़हल गेंदा आदि पौधों का रोपण किया. इस मौके पर स्वयं सेवियों के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी विजय लक्ष्मी देवी, प्रधानाचार्या डॉ सुमन ध्यानी मौजूद रही.

साथ ही अगस्त्यमुनि के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में हरेला पखवाड़े का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र छात्राओं के साथ प्राध्यापकों ने वृक्षारोपण किया। प्राचार्य डॉ. सीताराम नैथानी द्वारा महाविद्यालय में ही पोधरोपण कर “हरेला “पर्व का शुभारम्भ किया.

साथ ही स्वयं सेवियों ने परिसर में विभिन्न प्रजाति के जैसे आम, अमरुद, नींबू, मोरपंखी, तेजपत्ता आदि फलदार और छायादार पौधों का रोपण किया गया।

प्राचार्य ने हरेला पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि उत्तराखंड का यह पर्व प्रकृति को समर्पित है। राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अंजना फरस्वाण ने कहा कि हमें ये संकल्प लेना चाहिए कि हमें अपनी देव भूमि को हरा भरा रखना है और प्रत्येक व्यक्ति को पेड़ लगाने का संकल्प लेना चाहिए।

साथ ही कार्यक्रम अधिकारी डॉ. तनुजा मौर्य ने कहा कि उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला प्रत्येक वर्ष बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है इस पर्व को मनाने का मुख्य उद्देश्य प्रकृति का संरक्षण करने से है इस पर्व पर वृक्षारोपण कर हम प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं वृक्ष सदैव से परोपकार करते आए हैं इसलिए हमें भी वृक्षों से यह गुण सीखना चाहिए.

कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ जितेंद्र सिंह ने किया।इस अवसर पर कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. ममता शर्मा, डॉ. विष्णु कुमार शर्मा, डॉ मनीषा सिंह के साथ साथ महाविद्यालय के कर्मचारी दीपक सेमवाल, भानु रावत, किशन नेगी, अनुज बिष्ट तथा विक्रांत चौधरी, अभिनव भट्ट, नितिन नेगी, ऋतिक पंवार, विनय नेगी ऋतिक टम्टा,अभिषेक आर्य,दीपक सिंह, आकृति,शालिनी, मिलन रावत आदि छात्र छात्राएं मौजूद रहे.

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