बुलंद आवाज़ न्यूज
देहरादून
प्रदेश में देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल चार ऐसे जिले हैं, जिनमें तैनाती के लिए शिक्षक सिफारिश लगवाते हैं, इसके बाद भी उनका रिजल्ट अच्छा नहीं रहता। उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं और 12वीं के रिजल्ट में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला, लेकिन अब इन जिलों के साथ ही सुगम क्षेत्र के उन सभी स्कूलों के शिक्षकों का मूल्यांकन किया जाएगा।
जिनका सुगम में होने के बावजूद उत्तराखंड बोर्ड की वर्ष 2023 की परीक्षा का रिजल्ट खराब रहा है। प्रस्तुत है वरिष्ठ संवाददाता बिशन सिंह बोरा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत से हुई बातचीत के प्रमुख अंश।
सवाल : इस साल के उत्तराखंड बोर्ड के रिजल्ट को आप कैसे देखते हैं?
जवाब : अपने जितने भी बच्चों ने बोर्ड की परीक्षा दी है, उन्हें बधाई देता हूं, इस साल रिजल्ट में आठ से नौ प्रतिशत का ग्रोथ रहा है। जबकि हमारे 172 अच्छे स्कूल अटल उत्कृष्ट स्कूल के रूप में सीबीएसई में चले गए थे।
सवाल : इस साल के नतीजे पिछले साल से थोड़ा ही बेहतर रहे
जवाब : हां पर उम्मीद है, अगले साल 90 प्रतिशत रिजल्ट रहेगा। बच्चों को पढ़ाई के साथ राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी करनी है, उन्हें संस्कृति से जोड़ना है, मातृ भाषा का ज्ञान देना है और इतिहास के बारे में बताना है।
सवाल : रोजगारपरक शिक्षा को लेकर क्या तैयारी है।
जवाब : 250 स्कूलों में रोजगारपरक पाठ्यक्रम लागू किया जा चुका है। इसके बाद इतने ही अन्य स्कूलों में इसे शुरू करने जा रहे हैं। स्कूलों में व्यवस्था कैसे बेहतर हो इसके लिए क्लस्टर स्कूल और पीएम श्री स्कूल बना रहे हैं। स्मार्ट क्लास बनाने जा रहे हैं। जिन स्कूलों में नेटवर्क की दिक्कत है उनमें हम ज्ञान की सुविधा देने जा रहे हैं।
सवाल : सरकारी स्कूलाें पर करोड़ों खर्च हो रहा है, फिर भी मेरिट में विद्या मंदिर छाए हैं।
जवाब : विद्या भारती के स्कूलों में बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जाता है। अच्छे रिजल्ट के लिए छात्र और शिक्षकों को बधाई। शिक्षा गुणवत्ता सुधार के लिए हम शीघ्र ही टीचर शेयरिंग व्यवस्था को लागू करने जा रहे हैं। इससे केंद्रीय विद्यालय एवं विद्या मंदिरों के शिक्षक हमारे यहां लेक्चर दे सकते हैं। वहीं हमारे शिक्षक उन स्कूलों में लेक्चर के लिए जा सकेंगे।
सवाल : अटल उत्कृष्ट स्कूलों के सीबीएसई बोर्ड के रिजल्ट को लेकर भी किरकिरी हुई।
जवाब : अटल उत्कृष्ट स्कूलों की समीक्षा होगी, पहली बार हमारे बच्चे अंग्रेजी माध्यम में गए थे। इन स्कूलों के छात्रों की अगले साल की परीक्षा को लेकर अभी से तैयारी कराई जाएगी। इन स्कूलों के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सवाल: सहायक अध्यापक से प्रवक्ता के पद पदोन्नति लटकी है, क्या हम तदर्थ पदोन्नति देने जा रहे हैं।
जवाब : शिक्षकों की पदोन्नति का मामला कोर्ट में हैं, जल्द इस संबंध में बैठक कर कोई निर्णय लिया जाएगा।
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