बुलंद आवाज़ न्यूज
चमोली
जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए मुठभेड़ में कल पांच जवान शहीद हो गए थे जिसमें से एक उत्तराखंड के चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक के कुनिगाड़ मल्ली गांव निवासी वीर जवान रुचिन सिंह रावत भी थे. बता दें कि 30 वर्षीय रुचिन 2009- 2010 में सेना में भर्ती हुए थे. लेकिन कल शाम अचानक उनके शहीद होने की खबर से पूरे गैरसैंण क्षेत्र में शोक की लहर छा गई.
आज दिन में मुख्यमंत्री धामी ने शहीद के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी और जिसके बाद उनके पैतृक गांव के लिए उनके शरीर को रवाना कर दिया गया.
बता दें कि अभी रूचिन का पार्थिव शरीर रुद्रप्रयाग पहुंच गया है और कल सुबह 5 बजे रुद्रप्रयाग से उनके घर के लिए रवाना किया जाएगा.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने उठाए सवाल
रुचिन के पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से लाने को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी ने कहा कि आजकल यात्रा का समय में सड़क में लगातार जाम की स्थिति बनी हुई है. मौसम साथ नहीं दे रहा है.यदि ऐसे में पार्थिव शरीर को हेली सेवा से लाया जाता तो कम से कम पार्थिव शरीर को रुद्रप्रयाग नहीं रोकना पड़ता. साथ ही वह कहते हैं कि रूचिन के जाने से न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरा क्षेत्र में है और इस दुख की घड़ी में हम परिवार के साथ डटे हैं.
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