बुलंद आवाज़ न्यूज़
चमोली
रिपोर्ट सोनिया मिश्रा
आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद आज भी दर्जनों गांव ऐसे है जो मूल समस्याओं के लिए सरकारों से उम्मीद लगाए हुए हैं।
जोशीमठ ब्लॉक के तोलमा गांव में सड़क न होने से 5 किमी पैदल दूरी तय कर लोग अपने गांव तक पहुचते हैं।
अब ग्रामीणों के साथ साथ पर्यटक भी सड़क की गुहार लगा रहे हैं। सरकार नाकाम क्यों? पहाड़ को पलायन से कौन बचाएगा? सरकार चुप क्यों? जनप्रतिनिधियो के कौन खोले आँख?बद्रीनाथ विधायक क्यों है मौन? लोक निर्माण विभाग पर क्यों कार्य वाही नही?
पर्यटक डॉ प्रतिभा नेथानी
गोविन्द सिंह का कहना है कि हम बम्बई से पहाड़ इस लिए आते है कि देव तुल्य पहाड़ो गांवो के संस्कृति रिवाज को हम जान सके परन्तु सड़क व संचार के अभाव से हमें गांव देखने में खाफी समय लग जाता है। और हम इतनी चढ़ाई बिना चढ़े वापस लौट जाते हैं
जिस पर बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी का कहना है कि तोलमा दमक कलगोट मोटर मार्ग बहुत पुराना है और मेरे द्वारा लगातार सरकार को इस मामले के बारे में अवगत करवाया गया है किन्तु सरकार संज्ञान नहीं ले रही है और बिना पैसों के कार्य सुचारू नहीं हो सकता है।
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