बुलंद आवाज़ न्यूज़
चमोली : दशोली ब्लॉक के प्रस्तावित बणद्वारा कांडई सड़क का निर्माण वित्तीय स्वीकृति के इतंजार में लटक गया है। वन भूमि हस्तांतरण के बाद के बाद यहां लोनिवि की ओर से पेड़ों का कटान करवा दिया गया है। लेकिन हिल बजट के अभाव में यहां हिल कटिंग कार्य नहीं ही पा रहा है। ऐसे में 2 किमी सड़क निर्माण न होने के चलते ग्रामीणों को आसपास के गांवों में आवाजाही के लिये 35 किमी की दूरी नापनी पड़ रही है।
बता दें, मंडल-बणद्वारा कांडई सड़क को पूर्व विधायक केदार सिंह फोनिया के कार्यालय में शासन की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई थी। जिसके बाद लोनिवि की ओर से मंडल से बंणद्वारा तक सड़क का हिल कटिंग कार्य पूर्ण किया गया। लेकिन वन भूमि हस्तांतरण न होने से बीते कई वर्षों से सड़क का निर्माण पूर्ण नहीं हो सका। लेकिन वर्ष 2020 में सड़क के शेष 2.10 किमी के हिस्से के निर्माण के लिये वन विभाग की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई। जिस पर लोनिवि की ओर से यहां चिंहित पेड़ों का कटान भी करवा दिया गया है। लेकिन वर्तमान तक सड़क निर्माण की वित्तीय स्वीकृति न मिलने के चलते सड़क का हिल कटिंग कार्य शुरु नहीं हो सका है। ऐसे में मंडल घाटी के 6 से अधिक गांवों के ग्रामीणों को आसपास के गांवों में आवाजाही के लिये करीब 35 किमी की अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ रही है।
बता दें, मंडल-बणद्वारा कांडई सड़क को पूर्व विधायक केदार सिंह फोनिया के कार्यालय में शासन की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई थी। जिसके बाद लोनिवि की ओर से मंडल से बंणद्वारा तक सड़क का हिल कटिंग कार्य पूर्ण किया गया। लेकिन वन भूमि हस्तांतरण न होने से बीते कई वर्षों से सड़क का निर्माण पूर्ण नहीं हो सका। लेकिन वर्ष 2020 में सड़क के शेष 2.10 किमी के हिस्से के निर्माण के लिये वन विभाग की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई। जिस पर लोनिवि की ओर से यहां चिंहित पेड़ों का कटान भी करवा दिया गया है। लेकिन वर्तमान तक सड़क निर्माण की वित्तीय स्वीकृति न मिलने के चलते सड़क का हिल कटिंग कार्य शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में मंडल घाटी के 6 से अधिक गांवों के ग्रामीणों को आसपास के गांवों में आवाजाही के लिये करीब 35 किमी की अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ रही है।
पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य महानंद बिष्ट व भगत कन्याल का कहना है कि जहां सड़क निर्माण से मंडल घाटी के बमियाला, कांडई, दोगड़ी, टंगसा, कोटेश्वर, खल्ला, सिरोली, बैरागना और बंणद्वारा गांवों के ग्रामीणों को आवाजाही में सुगमता होगी। वहीं यह मार्ग बदरीनाथ केदारनाथ यात्रा के वैकल्पिक मार्ग के रुप में भी उपयोग किया जा सकेगा। जिससे मंडल – गोपेश्वर चमोली सड़क यातयात के दबाव में कमी आयेगी और गोपेश्वर में यात्राकाल के दौरान लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिल सकेगी।
आभार ग्राउंड ० न्यूज़
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