रांसी-केदारनाथ ट्रैक पर गए बंगाल के दो ट्रैकर फंसे, एक की तबीयत बिगड़ी, रेस्क्यू टीम रवाना

रांसी-केदारनाथ ट्रैक पर गए बंगाल के दो ट्रैकर फंसे, एक की तबीयत बिगड़ी, रेस्क्यू टीम रवाना

बुलंद आवाज़ न्यूज़ 

 केदारनाथ धाम

रांसी-ममणी-खाम बुग्याल-केदारनाथ ट्रेकिंग रूट पर फंसे पश्चिम बंगाल के दो ट्रेकर का खराब मौसम के कारण रेस्क्यू नहीं हो पाया है। ये लोग अपने अन्य आठ साथियों के साथ दो अक्तूबर को रांसी से केदारनाथ के लिए रवाना हुए थे। रविवार सुबह करीब 8 बजे जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को सूचना मिली कि केेदारनाथ धाम से महामंथ भैरवनाथ मंदिर से लगभग छह किमी दूर दो ट्रेकर बर्फीले क्षेत्र में बीते आठ दिनों से फंसे हुए हैं।

    इसके बाद जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने 15-बीएन एनडीआरएफ गदरपुर, गाजियाबाद के कमांडेंट से फोन से संपर्क किया और लिखित पत्र भेजकर ट्रेकरों के रेस्क्यू के लिए सहयोग मांगा। एनडीआरएफ के कमांडेंट ने त्वरित कार्रवाई करते हुए केदारनाथ में तैनात अपनी टीम को रेस्क्यू में सहयोग के निर्देश दिए। इसके बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पोर्टलों सहित दस सदस्यीय रेस्क्यू टीम ट्रेकरों की खोज के लिए रवाना हुई लेकिन केदारनाथ के ऊपरी क्षेत्र में बर्फबारी व कोहरे के कारण टीम ट्रेकरों तक नहीं पहुंच पाई।

    जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी रजवार ने बताया कि अब सोमवार सुबह रेस्क्यू दल केदारनाथ से ट्रेकरों तक पहुंचने के लिए रवाना होगा। उन्होंने बताया कि बीते दो अक्तूबर को पश्चिम बंगाल के दस ट्रेकरों का दल रांसी गांव से केदारनाथ के लिए रवाना हुआ था। दल में शामिल आठ लोग रात करीब 12 बजे केदारनाथ पहुंच गए थे लेकिन आलोक और विक्रम मजूमदार ने चलने में असमर्थता जताते हुए ममणी क्षेत्र में टेंट लगा दिया। इस दौरान आलोक की तबियत भी बिगड़ने लगी थी। डीडीएमओ रजवार ने बताया कि दोनों ट्रेकरों से संपर्क किया गया है वे सुरक्षित हैं।

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