गाजियाबाद की झूठी ‘निर्भया’: महिला पत्रकार ने पैसे लेकर की पेशे से गद्दारी, वायरल किया झूठ, अब फोन ने उगले राज

बुलंद आवाज़ न्यूज

गाजियाबाद के नंदग्राम क्षेत्र में अपने साथ सामूहिक एवं नृशंस दुष्कर्म की झूठी कहानी गढ़ने वाली नर्स को शनिवार को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उसकी हालत में सुधार है। इस मामले में पुलिस कथित दुष्कर्म पीड़िता को गिरफ्तार कर सकती है या पूछताछ के लिए हिरासत में ले सकती है। वहीं इस मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इसी कड़ी में एक और खुलासा यह हुआ है कि नर्स की इस झूठी कहानी को सोशल मीडिया पर वायरल करने में दिल्ली की एक महिला पत्रकार ने अहम भूमिका रही।

     इस मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों से यह भी खुलासा हुआ कि हाथ-पैर बांधकर नर्स को बोरी में बंद करके आश्रम रोड पर मास्टरमाइंड आजाद ने रखा था। उसने ही नर्स को बताया था कि जब वह राहगीर को बुलाएगा तो क्या बोलना है। दरिंदगी की झूठी कहानी को निर्भया कांड जैसा पेश करने में दिल्ली की एक महिला पत्रकार की भूमिका रही। उसे इसके लिए आजाद ने पैसे दिए थे। महिला पत्रकार ने प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाले जाने का मेसेज कई लोगों को भेजा। इसी के आधार पर दिल्ली महिला आयोग ने गाजियाबाद के एसएसपी को नोटिस दिया था जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा।

    एसएसपी मुनिराज ने बताया कि 16 अक्तूबर की रात नर्स ऑटो से अपने घर पहुंची थी और 17 अक्तूबर की देर रात घर से निकलकर आजाद व अन्यों के साथ आई थी। इसकी उन्हें सीसीटीवी फुटेज मिली है। आजाद ने ही दिल्ली की महिला पत्रकार को वीडियो बनाकर वायरल करने के लिए भेजी थी। इसके लिए उसने पांच हजार रुपये पेटीएम ले भेजे। इसके सारे साक्ष्य आजाद के मोबाइल फोन से मिले हैं। पत्रकार की भूमिका के बारे में जांच की जा रही है।

     नर्स को अस्पताल से किया गया डिस्चार्ज

दिल्ली के नंद नगरी निवासी नर्स (38) को 18 अक्तूबर सुबह 7.15 बजे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां अस्पताल के प्रोटोकॉल के अनुसार उससे पूछताछ व इलाज किया गया। उसे शनिवार 22 अक्तूबर शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गया।

     ये था मामला

गाजियाबाद शहर के नंदग्राम इलाके में दिल्ली की 38 वर्षीय नर्स के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी होने का सनसनीखेज आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था। बताया गया था कि वह नंदग्राम में भाई के घर से उसके जन्मदिन समारोह में शामिल होकर दिल्ली अपने घर लौट रही थी। भाई ने आरोप लगाया था कि चार युवक बहन को 16 अक्तूबर की रात दस बजे स्कार्पियो गाड़ी में डाल जंगल में ले गए। वहां एक और ने मिलकर दुष्कर्म किया और उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी।

   आजाद ने किए कई खुलासे

आजाद ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि नर्स ने खुद प्राइवेट पार्ट पर चोट मारी थी और लोहे का छह इंच का तार रखा था। इसे ही लोहे की रॉड बताकर सोशल मीडिया पर मेसेज भेजे गए ताकि लोग घटना को निर्भया कांड जैसा समझ लें। पुलिस ने दिल्ली के कबीरनगर निवासी प्रोपर्टी डीलर आजाद, नोएडा के बादलपुर के गौरव शर्मा और गाजियाबाद के इस्लामनगर के अफजाल को गिरफ्तार कर चुकी है।

     13 साल से पति से अलग रह रही है नर्स

पुलिस का कहना है कि अफजाल ने सख्ती से पूछने पर पूरी साजिश के बारे में बताया। उसने कहा कि 13 साल से पति से अलग रह रही नर्स से उसकी 12 साल से गहरी दोस्ती है। दोनों ने मिलकर कबीरनगर में 56 लाख का मकान हड़पने की साजिश रची थी। इसके लिए फर्जी दस्तावेज बनाने से लेकर फर्जी केस दर्ज कराने तक के कई प्रयास किए लेकिन सभी असफल रहे। इसके बाद सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी बनाई।

   झूठे मुकदमे में फंसाने की देता है धमकी

घटना से पर्दाफाश होने के बाद दिल्ली के लोग एसएसपी से मिलने पहुंचे। लोगों ने कहा कि आजाद दबंग किस्म का व्यक्ति है। उसने कई लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर लोगों की संपत्ति हड़प रखी है। आजाद और उसके साथियों ने कई लोगों के खिलाफ फर्जी शिकायतें दिल्ली पुलिस को भी दे रखी हैं।

bulandawaaj

बुलंद आवाज़

Share