बुलंद आवाज़ न्यूज
देहरादून
पीआरडी जवानों को मिलने लगी आधुनिक सुविधाएं, सेहत और खुराक का भी रखा जा रहा विशेष ध्यान
श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर तैनात पीआरडी जवानों को प्रशासन की ओर से ही मिल रहा राशन
हर जवान का 20 लाख रुपए का बीमा भी किया
श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सफल एवं सुव्यवस्थित बनाने में दिन- रात खुद को झोंक कर रखने वाले पीआरडी कार्मिकों की सुविधाओं का ध्यान शासन- प्रशासन रख रहा है। मौसम को और कार्मिकों की सेहत पर मौसम का असर न पड़े इसके लिए उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े एवं जूते भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
जिला युवा कल्याण अधिकारी वरद जोशी ने बताया कि पीआरडी के माध्यम से यात्रा मैनेजमेंट में सक्रिय भूमिका निभाने वाले युवा कम सक्षम होते हैं। उनकी जेब पर कोई अतिरिक्त भार न पड़े इसके लिए प्रशासन की ओर से इन जवानों को निशुल्क हर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है। जवानों को लिबर्टी कंपनी के उच्च गुणवत्ता वाले ट्रैकिंग जूते, मौजे, मफलर, टोपी और रेन कोट उपलब्ध कराए जा रहे हैं वहीं सोने के लिए नए गद्दे, रजाई और कंबल भी दिए गए हैं। खुराक का विशेष ध्यान रखते हुए, हर 15 दिनों में सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा भेजी गई मांग के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाला राशन भी प्रशासन की ओर से ही दिया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अखिलेश मिश्रा ने बताया कि सेक्टर में तैनात सभी जवानों का 20 लाख रुपए का बीमा भी प्रशासन की ओर से कराया गया है। वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि रेस्क्यू के लिए अच्छे स्ट्रेचर, नाइट विजन के लिए एलईडी एवं फोकस लाइट से लेकर उच्च गुणवत्ता वाली रस्सी, स्टिक एवं फर्स्ट एड किट जवानों को उपलब्ध कराई गई है।
हर मोर्चे पर फ्रंट लाइन में खड़े दिखते हैं पीआरडी जवान
श्री केदारनाथ धाम यात्रा सबसे कठिन धार्मिक यात्रा होने के साथ जनपद के सैकड़ों लोगों के रोजगार और आजीविका का जरिया भी है। देश दुनिया से बाबा केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुव्यवस्थित एवं निर्बाध रूप से चलती रहे इसके लिए जनपद के युवा विशेष भूमिका निभाते हैं। प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के माध्यम से यात्रा मार्ग पर हर वर्ष जनपद के 300 युवा यात्रा मैनेजमेंट में 24 घंटे तैनात रहते हैं। मैनेजमेंट में स्थानीय निवासी होने के चलते केदारघाटी और यात्रा मार्ग पर ये हर मोर्चे पर फ्रंट लाइन में खड़े दिखते हैं। म्यूल टास्क फोर्स (घोड़े खच्चरों के संचालन को मॉनिटर एवं सुव्यवस्थित बनाने वाली पीआरडी जवानों की टुकड़ी), यात्रा मैनेजमेंट फोर्स एवं डीडीआरएफ (डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट फोर्स) के अलावा मंदिर समिति, पर्यटन विभाग, परिवहन विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ये जवान मुस्तैदी से काम करते हैं। इन सभी विभागों के अलावा पीआरडी जवान पुलिस विभाग के भी मुख्य सहयोगी होते हैं, जरूरत के हिसाब से 120 से लेकर 150 युवा पुलिस विभाग के साथ ड्यूटी करते हैं।
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