बुलंद आवाज़ न्यूज
चमोली: नन्दादेवी हरियाली मेला नौटी 2024 में आगामी 22 मार्च को इस वर्ष का लौहपुरूष पं० देवराम नौटियाल जनसेवा सम्मान द इण्डियन एकेडमी स्कूल देहरादून/कर्णप्रयाग के निदेशक मुंनेन्द्र खण्डूरी को दिया जायेगा।
यह जानकारी लौहपुरुष पं० देवराम नौटियाल फाउन्डेशन के अध्यक्ष कल्याण सिंह रावत मैती एवं सचिव भुवन नौटियाल ने देते हुये बताया कि भारत के प्रथम विक्टोरिया क्रास दरवान सिंह नेगी से प्रेरित होकर मुनेन्द्र खण्डूरी ने वारमेमोरियल शताब्दी समारोह 2018 के दौरान कर्णप्रयाग में द इण्डियन एकेडमी स्कूल की स्थापना की तथा शिक्षा सत्र 2025-26 में नन्दाधाम नौटी में स्कूल प्रारम्भ करने की योजना है विद्यालय के लिये भूमि खरीदी जा चुकी है और भवन निर्माण की प्रक्रिया गतिमान है।
नौटियाल ने बताया कि अपर गढ़वाल में नौटी निवासी शिक्षाविद, पत्रकार प० महेशानन्द नौटियाल ने सन् 1903 में प्रथम अंग्रेजी मिडिल स्कूल नन्दप्रयाग में खोला था जिसे गढकेशरी स्व० अनुसुया प्रसाद बहुगुणा एवं तहसीलदार स्व० शिव सिंह कुंवर के आग्रह पर सन् 1917 में कर्णप्रयाग में प्राईवेट स्कूल के रूप में शिफ्ट कर दिया गया, स्कूल कमेटी के अध्यक्ष तहसीलदार साहब तथा सचिव प० महेशानन्द नौटियाल बने, दोनों ने स्कूल के लिये चंदा के लिये अत्यधिक दौडधूप की, पं० नौटियाल बीमार पड गये और फरवरी 1918 में 48 साल की उम्र में देहान्त हो गया, देहावसान के बाद अक्टूबर 1918 में यही स्कूल सरकारी वॉर मेमोरियल स्कूल वी०सी० साहब ने बना दिया.
वी०सी० दरवान सिंह नेगी के सपनों को कर्णप्रयाग में द इण्डियन एकेडमी स्कूल खोलकर पूरा करने का प्रयास किया गया वहीं अब पं० महेशानन्द नौटियाल की जन्म भूमि एवं गांव नौटी में 121 वर्ष बाद नन्दप्रयाग/कर्णप्रयाग के सपनों को पूरा करने का बीड़ा खण्डूडी ने उठाया है वर्ष 2022 के गौचर मेले में खण्डूरी जी का प० महेशानन्द नौटियाल शिक्षा एवं साहित्य प्रसार सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।
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