बुलंद आवाज़ न्यूज
चमोली : चमोली जिले के लिए कल बुधवार का दिन बहुत दुखदायी रहा क्योंकि चमोली कस्बें के नमामि गंगे परियोजना के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट लगने से 16 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 11 लोगों का अभी भी एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा है. जिसमें से अभी भी दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है. जिसके बाद आज मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया. जिसमें से 13 शवों की अंतिम संस्कार चमोली बाजार के नजदीक बाजपुर में अलकनंदा नदी के किनारे जबकि दो शवों का बालखिला नदी तट पर अंतिम संस्कार किया गया. साथ ही पीपलकोटी में पुलिस चौकी इंचार्ज का शव रुद्रप्रयाग जनपद के उथिंड गांव में उनके परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद मंदाकिनी नदी के किनारे शव का दाह संस्कार हुआ। जिसके बाद अलकनंदा घाट से मंदाकिनी घाट तक मृतकों के कई परिजन फूट फूट कर रोए.
साथ ही बृहस्पतिवार को शोक में चमोली, नंदप्रयाग, मैठाणा, मंडल, गोपेश्वर, छिनका, भीमतला, कोठियालसैंण बाजार पूर्ण रुप से बंद रहे वहीं, करंट फैलने से चमोली में हुए दर्दनाक हादसे के कल एम्स भेजे गए 6 घायलों में से दो की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। साथ ही आज गोपेश्वर अस्पताल में भर्ती 5 घायलों को भी बाय एयर एम्बुलेन्स द्वारा एम्स पहुंचाया गया। साथ ही इन्हें भी ट्रॉमा इमरजेन्सी में भर्ती किया गया है। जिसके बाद स्वास्थ्य चिकित्सा और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल और यमकेश्वर की विधायक रेणु बिष्ट ने भी एम्स पंहुचकर घायलों का हाल जाना।
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