बद्रीनाथ धाम में क्यूआर कोड लगाए जाने के मामले की पुलिस प्रशासन ने की छानबीन शुरू

बुलंद आवाज़ न्यूज

चमोली

बदरीनाथ धाम में पेटीएम क्यूआर कोड लगाए जाने के मामले की पुलिस प्रशासन ने छानबीन शुरू कर दी है। पेटीएम व बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के तत्कालीन अधिकारियों से पूछताछ करने के लिए चमोली पुलिस देहरादून रवाना हो गई है। पुलिस यह खंगालने में जुटी है कि आखिर बदरीनाथ में लगाए क्यूआर कोड किस खाते से जुड़े हैं और किसके कहने पर क्यूआर कोड लगाए गए थे। फिलहाल धाम में लगे क्यूआर कोड के स्टैंड को हटा दिया गया है।

दान के लिए बदरीनाथ धाम में पहली बार इस सीजन में पेटीएम के क्यूआर कोड के स्टैंड लगाए गए। बदरीनाथ मंदिर परिसर के सिंहद्वार और निकासी गेट पर क्यूआर कोड लगाए गए। इस पर आपत्ति दर्ज करते हुए बीकेटीसी के प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर बदरीनाथ कोतवाली पुलिस ने एक मई को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद से पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि मामले में पेटीएम के अधिकारियों से भी पूछताछ की गई। पेटीएम से वर्ष 2017 में हुए बीकेटीसी के साथ समझौते की पूरी डिटेल भी मांगी गई है। साथ ही क्यूआर कोड से जुड़े बैंक खाते के नंबर भी ढूंढे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीकेटीसी के तत्कालीन अधिकारियों से पूछताछ के लिए पुलिस की एक टीम देहरादून भेज दी गई है। केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की ओर से दिए जाने वाले डिजिटल दान के लिए वर्ष 2017 में पेटीएम और बीकेटीसी की तत्कालीन समिति में करार हुआ था।

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