जोशीमठ वासी मजबूर, आशिया न छोड़ा तो हो सकती है अनहोनी

बुलंद आवाज़ न्यूज

चमोली

उत्तराखंड शासन की टीम बृहस्पतिवार को देर शाम जोशीमठ पहुंच गई है। टीम ने आते ही मोर्चा संभाल लिया है। गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार और आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा के साथ आपदा प्रबंधन के अधिशासी अधिकारी पीयूष रौतेला, एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रोहितास मिश्रा, भूस्खलन न्यूनीकरण केंद्र के वैज्ञानिक सांतुन सरकार, आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर डॉ. बीके माहेश्वरी सहित तकनीकी विशेषज्ञों की पूरी टीम जीरो ग्राउंड जोशीमठ पहुंच गई है।

गढ़वाल कमिश्नर एवं आपदा प्रबंधन सचिव ने तहसील जोशीमठ में अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्थिति की समीक्षा की। आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा कि शुक्रवार को एनटीपीसी के अधिकारियों के साथ औली से लेकर जोशीमठ नगर में विशेषज्ञों की टीम के साथ प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जाएगा।

बता दें कि भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने के लिए प्रशासन की छह टीमें लगाई गई हैं। बृहस्पतिवार को 16 परिवारों को विभिन्न जगहों पर शिफ्ट किया गया। अभी तक 93 परिवारों को शिफ्ट किया जा चुका है।

वहीं, भू धंसाव मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। शुक्रवार को राज्य सचिवालय में होने वाली इस बैठक में जोशीमठ में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और नगर के पुनरोद्धार कार्ययोजना पर बड़े निर्णय हो सकते हैं।

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