बुलंद आवाज़ न्यूज
देहरादून
अब उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में वीर नारियों और वीरता चक्र विजेताओं को निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा भी कर दी है.
साथ ही पुष्कर सिंह धामी ने कहां कि प्रदेश में शहीद द्वार और स्मारकों का निर्माण कार्य अब सैनिक कल्याण विभाग के जरिए होगा पहले यह संस्कृति विभाग के माध्यम से होता था.
मुख्यमंत्री ने को यह भी आश्वासन दिया कि सैन्य परिवारों के लिए राज्य सरकार विशेष योजनाएं बना रही है ताकि एक सैनिक को युद्ध लड़ते समय परिवार की चिंता ना हो सैनिकों या उनके आश्रितों को मिलने वाली अनुदान राशि बढ़ाने से लेकर शहीदों के आश्रितों को राज्य सरकार की नौकरियों में वरीयता के आधार पर नियुक्ति देने का भी निर्णय लिया गया राज्य सरकार सैनिक विश्राम ग्रहों की संख्या बढ़ाने के लिए भी प्रयासरत है.
1727 को मिल चुका है वीरता चक्र, 1100 हैं वीर नारियां
सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक उत्तराखंड में 1727 सैनिकों और सेना के अधिकारियों को वीरता चक्र मिला है इसमें एक परमवीर चक्र, 6 अशोक चक्र, 13 महावीर चक्र,36 युद्ध सेवा मेडल, 847 सेना मेडल,198 मेंशन इन डिस्पैच ,70 सेना मेडल, 45 परम विशिष्ट सेवा मेडल, 56 अति विशिष्ट सेवा मेडल, 129 विशिष्ट सेवा मेडल विजेता शामिल हैं वहीं प्रदेश में वीर नारियों की संख्या 1100 है.
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