बुलंद आवाज़ न्यूज़
चमोली/सोनिया मिश्रा
भोटिया जनजाति के लोगों की पहल पर शुरू हुआ गौचर मेला।
उत्तराखण्ड के चमोली जनपद में जीवन के रोजमर्रे की आवश्यकताओं का हाट बाजार और यही हाट बाजार धीरे-धीरे मेले के स्वरूप में परिवर्तित हो गया। चमोली जनपद में नीति माणा घाटी के जनजातिय क्षेत्र के प्रमुख व्यापारी एवं जागृत जनप्रतिनिधि स्व0 बालासिंह पॉल, पानसिंह बम्पाल एवं गोविन्द सिंह राणा ने चमोली जनपद में भी इसी प्रकार के व्यापारिक मेले के आयोजन का विचार प्रतिष्ठित पत्रकार एवं समाजसेवी स्व.गोविन्द प्रसाद नौटियाल के सम्मुख रखा। गढवाल के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर के सुझाव पर माह नवम्बर, 1943 में प्रथम बार गौचर में व्यापारिक मेले का आयोजन शुरू हुआ बाद में धीरे-धीरे औद्योगिक विकास मेले एवं सांस्कृतिक मेले का स्वरूप धारण कर लिया। और कोरोना काल के पश्चात इस वर्ष पुनः गौचर मेले का आगाज़ 14 नवंबर बाल दिवस के अवसर से शुरू हो रहा है।








More Stories
राज्य में बनेगी 23 नई खेल अकादमियाँ, हर साल 920 इंटरनेशनल एथलीट तैयार होंगे: मुख्यमंत्री
उत्तराखंड बना निवेश और नवाचार का नया केंद्र: सीएम धामी
उत्तराखंड: बस दुर्घटनाग्रस्त, पांच की मौत; 17 घायल